● FIH Women's Nations Cup मैच की पूरी कहानी:
भारत ने एफआईएच महिला नेशन्स कप के फाइनल में शनिवार को स्पेन को 1-0 से हराकर खिताब अपने नाम किया. पहली बार आयोजित टूर्नामेंट को जीतकर टीम ने 2023-24 प्रो लीग में अपनी जगह पक्की कर ली. जबकि हॉकी इंडिया ने भी खिताबी जीत के लिए प्रत्येक महिला हॉकी खिलाड़ी को दो-दो लाख रुपये जबकि सहयोगी स्टाफ को एक-एक लाख रुपये पुरस्कार के रूप में देने का ऐलान कर डाला.
●6वें मिनट में हुआ पहला गोल:
मैच की बात करें तो स्पेन ने सबसे पहले पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया था लेकिन भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान और गोलकीपर सविता पूनिया ने शानदार तरीके से उसे बचाया. इसके बाद 6वें मिनट में महिला हॉकी टीम इंडिया ने पहला पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया और उसे ड्रैग-फ्लिकर गुरजीत कौर ने गोल में तब्दील कर डाला.
●स्पेन नहीं भेद पाई भारत का डिफेंस:
इसके बाद मैच के बाकी तीनों क्वार्टर में स्पेन की महिला टीम ने लगातार महिला हॉकी टीम इंडिया पर अटैक किया मगर उसके मजबूत डिफेंस को भेद नहीं सकी. भारत की गोलकीपर सविता पुनिया जहां गोल पोस्ट पर दीवार की तरह तैनात रहीं. वहीं महिला हॉकी टीम के डिफेंस ने भी काफी दमखम दिखाया और स्पेन को मैच के दौरान एक भी गोल नहीं करने दिया. कोच यानेके शोपमैन की टीम ने शुक्रवार को सेमीफाइनल में आयरलैंड को शूटआउट में 2-1 से हराया था.
●प्रो लीग में मिलेगा फायदा:
आठ टीमों के बीच खेला जाने वाला ये नेशंस कप प्रमोशन-रेलीगेशन की प्रणाली के लिए काफी अहम माना जाता है. क्योंकि इसमें जीत हासिल करने से अब महिला टीम इंडिया को एफआईएच हॉकी महिला प्रो लीग के अगले 2023-24 सीजन में वरीयता का फायदा मिलेगा. इतना ही नहीं साल 2024 पेरिस ओलिंपिक की तैयारी के लिए भी एफआईएच हॉकी महिला प्रो लीग का अगला सीजन अहम माना जा रहा है. इस लीग में बेहतरीन प्रदर्शन ही महिला हॉकी टीम इंडिया के लिए अगले ओलिंपिक में मेडल का रास्ता खोलेगा.